बैतुल्लाह की कुंजी

 


أَعـوذُ بِاللهِ مِنَ الشَّيْـطانِ الرَّجيـم

           
   بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ  
  


हिक़ायत 24

बैतुल्लाह की कुंजी

हिजरत से पहले बैतुल्लाह की कुंजी कुरैशे मक्का के कब्जे में थी। यह कुंजी उस्मान बिन तलहा के पास रहा करती थी। यह लोग बैतुल्लाह को पीर और जुमारात के रोज़ खोला करते थे। एक दिन हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम तशरीफ लाये और उस्मान बिन तलहा से दरवाज़ा खोलने को फ़रमाया। तो उस्मान ने दरवाज़ा खोलने से इंकार कर दिया। हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम ने फरमायाः ऐ उस्मान! आज तू यह दरवाजा खोलने से इंकार कर रहा है। एक दिन ऐसा भी आयेगा कि बैतुल्लाह की यह कुंजी मेरे कब्जे में होगी। मैं जिसे चाहूंगा यह कुंजी दूंगा। उस्मान ने कहा : तो उस दिन कौमे कुरैश हलाक हो चुकी होगी। हिजरत के बाद जब मक्का फ़तह हुआ और हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम सहाबा के लशकर समेत मक्का में फातिहाना दाखिल हुए तो सबसे पहले काबा शरीफ़ में तशरीफ लाए और इसी कलीद बर्दार उस्मान से कहा : लाओ! वह कुंजी मेरे हवाले कर दो। नाचार उस्मान को वह कुंजी देनी पड़ी। हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम ने वह कुंजी लेकर उस्मान को मुखातब फ़रमाकर फरमायाः 'उस्मान! लो कलीद बर्दार मैं भी तुझी को मुकर्रर करता हूं। तुमसे कोई ज़ालिम ही यह कुंजी लेगा। उस्मान ने दोबारा कुंजी ली तो हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम ने फरमाया : उस्मान! वह दिन याद है जब मैंने तुमसे कुंजी तलब की थी और तुमने दरवाज़ा खोलने से मना कर दिया था। मैंने कहा था कि एक दिन ऐसा भी आयेगा कि यह कुंजी मेरे कब्जे में होगी और मैं जिसे चाहूंगा दूंगा। उस्मान ने कहा : हां हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम मुझे याद है और मैं गवाही देता हूं कि आप अल्लाह के सच्चे रसूल हैं।

(हुज्जतुल्लाह अलल-आलमीन सफा  499)


सबक : हमारे हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम अगली पिछली सब बातों के आलिम हैं। कियामत तक जो कुछ भी होने वाला है, सब आप पर रौशन है। खुदाए तआला ने आपको इल्मे गैब अता फ़रमाया है। आप दानाए गुयूब व आलिमे मा कान वमा यकून हैं। फिर अगर कोई शख़्स यूं कहे कि हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि तआला वसल्लम को कल की बात का इल्म न था तो वह किस कदर जाहिल है।
(सच्ची हिक़ायत,हिन्दी पेज 38,39)

➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
पिछली सारी पोस्ट ब्लॉग पर पढ़ने के लिये लिंक पर क्लिक कीजिये।
https://sachchihiqayathindi.blogspot.com/?m=1
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
पिछली सारी पोस्ट टेलीग्राम पर पढ़ने के लिये लिंक पर क्लिक कीजिये।
t.me/sachchi_hiqayat
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖

Post a Comment

0 Comments